धर्मेंद्र सिंह पर लगे आरोप को पीड़ित महिला के परिजनों ने झूठा बताया

सक्ती। राजमहल में धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट में एक नया मोड़ आ गया है। महल के लोग एसडीओपी कार्यालय पहुंच बताए कि रिपोर्ट पूरी तरह से झूठा और बेबुनियाद है।
ज्ञात हो कि 10 जनवरी की रात पिलामहल राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के दत्तक पुत्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी जिस पर पुलिस द्वारा धारा 450, 354 और 377 के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया गया था। वहीं अब इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है। महिला की ननद, बेटी और पति ने एसडीओपी कार्यालय पहुंच एसडीओपी तस्लीम आरिफ को बताया कि धर्मेंद्र सिंह पर लगे आरोप पूरी तरह से झूठा और बेबुनियाद है। उनका कहना था कि धर्मेंद्र सिंह घटना के समय और दिनांक में हमारे साथ बैठे थे और उसके बाद वो पिलामहल चले गए। जो भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है उसमें कोई सच्चाई नहीं है और ना ही इस तरह की कोई घटना सफेद महल परिसर या महल अंदर घटित नहीं हुई है। पीड़ित महिला के पति ने कहा कि महिला द्वारा धर्मेंद्र को जानबूझकर फंसाया जा रहा है साथ ही जो व्यक्ति घटना दिनांक और समय पर हमारे साथ मौजूद था वह दूसरी जगह जाकर घटना को कैसे अंजाम दे सकता है। वही पीड़िता की ननद का कहना है कि महल को बदनाम करने की राजनीतिक साजिश रची जा रही है जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और मामले का दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। एसडीओपी कार्यालय स्वयं पीड़ित महिला की 15 वर्षीय बेटी भी पहुंची और माँ के द्वारा लिखवाए रिपोर्ट को झूठा बताया।